हाल के दिनों में गुजरात समेत भारत में हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं। समय के बदलाव के साथ खान-पान में बदलाव और बढ़ते तनाव के कारण हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन अगर दिनचर्या में कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो अचानक होने वाले हार्ट अटैक से बचा जा सकता है। जब किसी को दिल का दौरा पड़ता है, तो उन्हें सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ से लेकर हृदय गति में वृद्धि जैसे कई लक्षण अनुभव हो सकते हैं। अगर इन लक्षणों को जानकर समय पर इलाज किया जाए तो हार्ट अटैक से बचा जा सकता है।
सीने में दर्द या बेचैनी: दिल का दौरा पड़ने का सबसे आम संकेत सीने में दर्द या बेचैनी है। दर्द हल्के दर्द से लेकर गंभीर दर्द तक हो सकता है, आपको अपनी छाती में जकड़न या दबाव भी महसूस हो सकता है, जैसे कि आपकी छाती पर कोई भारी चीज रखी गई हो। दर्द बांहों, गर्दन, जबड़े, पीठ या पेट तक भी फैल सकता है। सीने में दर्द कई मिनट या उससे अधिक समय तक रह सकता है।
दिल की धड़कन बढ़ना: असामान्य दिल की धड़कन भी दिल के दौरे का एक गंभीर संकेत है। अगर आपकी हृदय गति बढ़ रही है और आपको चक्कर भी आ रहे हैं तो यह भी दिल का दौरा पड़ने का संकेत हो सकता है।
चक्कर आना: चक्कर आना दिल के दौरे का एक सामान्य लक्षण है। हृदय में ऑक्सीजन की कमी के कारण रक्त प्रवाह कम होने के बाद ऐसा हो सकता है। चक्कर आने के साथ-साथ आपको मतली, पसीना और सांस लेने में तकलीफ का भी अनुभव हो सकता है।
सांस की तकलीफ: सांस की तकलीफ भी दिल के दौरे का एक चेतावनी संकेत हो सकता है। आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि आपको सांस लेने में परेशानी हो रही है, भले ही आप आराम कर रहे हों या कोई काम कर रहे हों।